Last updated on July 17th, 2024 at 05:53 am
Tali Shayari ताली शायरी एक ऐसा रामबाण शस्त्र है जिससे दर्शको की वाहवाही लूटी जा सकती है, जब तक किसी प्रोग्राम में तालियों का शोर न हो तब तक वो कार्यक्रम फीका फीका सा लगता है, जब चारो और से सीटियां बजती है तालिया बजती है तो वो लम्हा यादगार बन जाता है, और आपके हर लम्हे को यादगार बनाने के लिए हम लेकर आए है मंच संचालन से जुडी प्रस्तुति पर शायरी जो आपको बेहद पसंद आने वाली है.
स्टेज एंकरिंग के लिए ताली शायरी
स्टेज पर जब भी जरुरत हो तालियों की और फीका पड़ने लगे माहौल तो जरूरत पड़ती है उसमे तड़का लगाने की, और ये तड़का लगेगा इन खूबसूरत शायरियो से.
हर कपडे का टुकड़ा, माँ का आँचल नहीं होता
जिसे दुनिया समझे दीवाना, वो पागल नहीं होता
दर्शको की तालियां जब तक, न हो कार्यक्रम में
तो प्रोग्राम कभी काबिले तारीफ़ नहीं होता
इसल लिए जमकर बजाओ तालिया, की जिंदगी मुस्कुरा उठे, ये पल, ये महफ़िल और हमारा ये दिल ख़ुशी से झूम उठे, और और आपको बता देता हूँ की,
आज का अवसर बड़ा निराला है
आज यहाँ पर नूर बरसने वाला है
एक बार जोरदार तालियां बजा दो
कार्यक्रम अभी शुरू होने वाला है
इस तरह से धुआँधार शुरुआत करते हुए, आप मंच पे बेहतरीन प्रस्तुति देते जाए और जनता से कहे जब भी तालियों की जरुरत हो की,
करेंसी के लिए पाउंड का
क्रिकेट के लिए ग्राउंड का
और कार्यक्रम के लिए
तालियों के साउंड का
बड़ा महत्तव होता है, इसलिए जमकर बजाए ताली, और नहीं बजाओगे ताली तो हम समझेंगे की आपको कुछ कला का ज्ञान नहीं है क्योकि,
बिना प्रकाश के उजाला हो नहीं सकता
बिना दिल कोई दिलवाला हो नहीं सकता
और जो न बजाए ऐसी प्रस्तुति पे ताली तो
वो कला को समझने वाला हो नहीं सकता
अब आपके पास बैठा कोई व्यक्ति ये समझे की आपको कला का ज्ञान नहीं है इससे पहले बजाओ ताली और कर दो इस शाम को हमेशा के लिए यादगार, इस तरह से बोलकर आप तालियां बजवा सकते है.