Last updated on July 20th, 2024 at 01:37 am
विज्ञान के चमत्कार और हमारे समाज की प्रगति में इसके योगदान का महत्तव क्या है ये जानेंगे। भारतीय भौतिक विज्ञानी सर सी.वी. द्वारा रमन प्रभाव की खोज करने के लिए हर साल 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day)मनाया जाता है।
विज्ञान ने हमारी दुनिया में क्रांति ला दी है, और हमारे जीवन में विज्ञान के महत्वपूर्ण योगदान को पहचानना आवश्यक है। विज्ञान कैसे हमें बेहतर भविष्य बनाने में मदद कर सकता है। हम कुछ खोजों और आविष्कारों पर भी चर्चा करेंगे जिन्होंने दुनिया को बदल दिया है और हमारे जीवन को आसान बना दिया है। जैसे चिकित्सा, प्रौद्योगिकी और पर्यावरण पर इसके प्रभाव पर चर्चा करेंगे।
हमारे समाज में वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के योगदान का सम्मान करने और विज्ञान में करियर बनाने के लिए युवा वर्ग को प्रेरित करने का ये एक अवसर है। हमें उम्मीद है कि यह भाषण आपकी जिज्ञासा को प्रज्वलित करेगा और आपको विज्ञान की अंतहीन संभावनाओं का पता लगाने के लिए प्रेरित करेगा।
National Science Day Speech
विश्वगुरु हो भारत अपना, हर जन का है ये सपना
हर मोड़ पर हो तरक्की, यही कामना यही कल्पना
बच्चो आज राष्ट्रिय विज्ञान दिवस मनाया जा रहा है, ये वो दिन है जब डॉ. सी वी रमन ने एक ऐसी खोज की जिसे रमन इफ़ेक्ट के नाम से जाना जाता है, जो प्रकाश की किरणों को किसी पारदर्शी तत्व से गुजरने पर जो इफ़ेक्ट होता है उसे रमन इफ़ेक्ट कहते है, ये हम पढ़ चुके है।
हमारे महान वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकट रमन ने 28 फरवरी 1928 को रमन प्रभाव की खोज की और तभी से हम ये दिन उनके सम्मान में मनाते है।
हमारा देश ऐसा देश है जहाँ पर अनेको विद्वान और गुणी लोगो का जन्म हुआ, उनके कार्यो ने देश का नाम तो ऊँचा किया साथ ही हमें भी टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ाया, मिसाइल में एपीजी अब्दुल कलाम हो, सीवी रमन हो या और कोई महान वैज्ञानिक, सभी ने भारत के माथे पे सफलता का ताज पहनाया है।
आज के युग में हम चाँद पे पहुंच गए है, मंगल की यात्रा भी सफल रही है, और तकनीक के साथ कदम से कदम मिलाकर दुनिया से आगे निकल रहे है, बिना टेक्नोलॉजी के आज जीना संभव नहीं है।
टेक्नोलॉजी और साइंस ने हमें आधुनिक औजार दिए, दवाइया दी, मोबाईल दिया, कंप्यूटर, इंटरनेट, ऐरोप्लेन और ऐसी वो सारी चीजे जिनसे हमारा घंटो का काम मिनटों में होता है।
आज विकास की दर भारत में ऊपर उठती जा रही है, और इसका मतलब ये है की आगे चलकर भारत दुनिया में शिखर पर होगा, विश्वगुरु होगा, आप सब भी पढ़कर अपना भविष्य बनाओगे और ऐसा ही कुछ करोगे, जो देश का नाम ऊँचा करेगा।
सिर्फ पुरुष ही नहीं महिलाओ ने भी इसमें अपना योगदान दिया है, कल्पना चावला को आप भूले नहीं होंगे, राष्ट्र निर्माण के लिए विज्ञान बहुत जरुरी है, धरती से चाँद की दुरी जानना, या परमाणु ताकत बनना ये सब विज्ञान की बदौलत ही संभव हो पाया है।
आज ये दिन मनाने का कारण वैज्ञानिको को सम्मान देना उनके कार्यो को याद करना और युवाओ में विज्ञान के प्रति जागरूकता फैलाना है।
धन्यवाद।