Last updated on July 15th, 2024 at 03:41 pm
15 August New Speech With Shayari
हर 15 अगस्त के लिए एक नया भाषण होना चाहिए, नई शायरियो के साथ ये भाषण आपके लिए, बिलकुल नए अंदाज में
स्वर्णिम भारत का सपना जिन्होंने अपनी आँखों में पाला था
थी किसीके हाथों में तलवारे और किसी हाथ में भाला था
लुटा गया जो जान वतन पर वो आजादी का दीवाना था
मरते मरते जो जय हिन्द बोला वो देशप्रेमी मतवाला था
और आज इस दिन को दिखाने में जिन्होंने अपना वजूद मिटा दिआ, उस आजादी को कैसे खोने देंगे, आज हम 77वा स्वतंत्रता दिवस (15 august)मनाने जा रहे है, और हमें फक्र है, गर्व है, अपने देश पर और देश के जवानो पर, जो सरहद पर नजरो को दूरबीन बना के खड़े है।
गरजते है जो शेरो से, चीते की चाल चलते है
इस धरा पर जन्म लेने, कितने हाथ मलते है
है यही बात फक्र की, हम भारत के वासी है
देख देख इनको यारो, कितनो के दिल जलते है
ये है अपना भारत, जिसपे सिर्फ भारतीयों को ही नहीं, सारी दुनियां को नाज है,
फूल यहाँ है अलग – अलग पर, सबकी डाली एक है
छाते है कुछ गम के बादल पर, भोर सुहानी एक है
और यही भारतीयता है, जहाँ हजारो तरह की भाषाए, पहनावे और रीती रिवाज होते हुए भी, हम एक है।
और यही एकता हमेशा बनी रहे, यही प्रण लेते हुए, आज का भाषण समाप्त करता हूँ।
जय हिन्द, वंदे मातरम, भारत माता की जय।