Last updated on July 17th, 2024 at 04:47 am
स्वतंत्रता दिवस पर शायरी
देशभक्ति शायरी 15 अगस्त के लिए, हमारा देश आज तेजी से आगे बढ़ रहा है और नए नए कीर्तिमान रच रहा है. हम भी इसमें अपना योगदान दे और देश के नाम को और ऊँचा ले जाए, ये तभी संभव है जब हम एजुकेशन में आगे हो, बच्चो के भविष्य को लेकर चिंतित हो, आइए हम सब आज अपने मन में देशभक्ति का झरना बहाते हुए, भारत माता के चरणों में वंदन करे और जय हिन्द बोले, जय हिन्द.
स्वतंत्रता दिवस पर निबंध
हमारा भारत देश 1947 में अंग्रेजो की गुलामी से आजाद हो गया, और हिन्दुस्तान एक सवतंत्र देश बन गया, हमने कई सौ साल गुलामी में निकाले है.
हमने अंग्रेजो के खिलाफ जंग लड़ी और इस देश को आजाद कराया, हमारे कई बहादुर भाई इस जंग में शहीद हुए, और कई जेलों में भी गए, बापू महात्मा गांधी, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चन्द्र बोस और न जाने कितने आजादी के दीवाने थे, जिन्होंने ये सुनहरा ख्वाब देखा था.
भारत को आजादी दिलाने में आम जनता का ख़ास मुकाम रहा और सबने मिलकर के एक साथ हुंकार भरी और देश को आजाद करवाया, हमें अपनी आजादी अपनी सभ्यता और संस्कृति पर, अपने भारत पर और हर भारतीय पर गर्व है, जय माँ भारती.
स्वतंत्रता दिवस का महत्व
स्वतंत्रता दिवस का महत्व हर भारतवासी के लिए महत्तवपूर्ण है, और हर नागरिक इसका सम्मान करता है, ये दिन हम सब भारतीयों के लिए ख़ास है, क्योकि इस दिन देश को आजादी मिली थी.
ये दिन सबके मन में देशभक्ति की भावना जगाता है, और ये दिन हमें हमारे शहीदों की याद दिलाता है, और उनका सम्मान करने का अवसर प्रदान करता है, इस दिन हम सब मिलकर देश भक्ति की बाते करते है, और शहीदों को श्रद्धांजलि देते है, और माँ भारती के चरणों में नमन करते हुए, तिरंगा झंडा लहराते है, जो हमारी शान है, हमारे देश की शान है.
ये दिन हमें याद दिलाता है की कैसे कितनी भी मुश्किल परिस्थिति में भी हमारे बहादुर लडे और हमें मुसीबतों से छुटकारा दिलाया, हमें भी जिंदगी में मुश्किलों से घबराना नहीं है, डटकर उनका मुकाबला करना है.
स्वतंत्रता दिवस पर भाषण
जय माँ भारती की, वन्दे मातरम का गान करता हूँ आज मैं माँ भारती के चरणों में प्रणाम करता हूँ, दोस्तों आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत बधाई.
आज मेरे दिल में बहुत कुछ है कहने को लेकिन, आज देश के हालात कुछ ठीक नहीं चल रहे, मैं नहीं जानता की क्यों कुछ लोग देश को बर्बादी की राह पर ले जाने को अग्रसर है, मगर हम ऐसा होने नहीं देंगे.
हमने कई सदिया गुलामी में गुजारी है और अब आगे ऐसा हो नहीं सकता, क्योकि हर भारतीय जाग चूका है, वो जान चूका है की आजादी की कीमत क्या होती है.
हम अपने शहीदों को नमन करते हुए माँ भारती की समक्ष ये प्राण ले की हमारे लिए सर्वोपरि हमारा देश होगा, सबसे पहले हमारे लिए देश है, उसके बाद बाकी सब.
हम माँ भारती के सपूत है और माँ भारती के आँचल पे कोई खरोंच तक आने नहीं देंगे, हमें सौगंध है अपने उन सभी शहीदों की जिन्होंने देश के लिए कुर्बानी दी, बलिदान दिए, हम उनका सर कभी झुकने नहीं देंगे, आजादी का परचम सदा यूंही लहराता रहेगा.
करके उनको याद जरा हम, आओ उनका सम्मान करे
भारत माता के सपूतो का, आओ जरा गुणगान करे.
Karke unko Yaad jara hum
Aao unka samman karen
Bharat mata ke sapooton ka
Aao jara gungaan karen
देश के हीरो वीरो और सैनिको को हम नमन करते है और आज का दिन शहीदों के नाम करते है, जय हिंद वन्दे मातरम.
स्वतंत्रता दिवस पर शायरी
क़ुरबानी की बलिवेदी पर जिनका सारा जीवन है
यही भारत यही तिरंगा यही हिन्दुस्तान है
Qurbani ki balivedi par
Jinka saara jivan hai
Yahi bharat yahi tiranga
Yahi hindustan hai
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नाम जुबाँ पर सबसे पहले
माँ भारती का आता है
जब जब लहराए ये तिरंगा
शीश अदब से झुक जाता है
Naam Jubaan par sabse pehle
Maa bharti ka aata hai
Jab jab Lehraye Tiranga
Shish adab se jhuk jaata hai
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दिल में जिसकी यादों का बसेरा है
जहाँ संस्कृति सभ्यता का सवेरा है
और कही पर नहीं मिल सकता
वो तो बस भारत देश ही मेरा है
Dil mein jiski yaadon ka basera hai
Jahaan sanskruti sabhayata ka savera hai
Aur kahin par nahi mil sakta
Wo to bas bharat desh hi mera hai
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खुले गगन में उड़ता तिरंगा
मन को बड़ा हर्षाता है
तिन रंग ये शांति वाले
शांति का गान सुनाता है
Khule gagan mein udata tiranga
Man ko bada harshata hai
Teen rang ye shanti wale
Shanti ka gaan sunata hai