Last updated on July 15th, 2024 at 02:28 pm
दोस्तों १५ अगस्त पे बोलना इतना आसान नहीं है, हर कोई वोही बोल चूका होता है, जो आप सोच के आए होते हो, तो आप अगर फिर वही कहेंगे, जो पहले कहा जा चूका है, तो आपकी बात में वो वजन नहीं आ पाएगा, लेकिन घबराने की जरुरत नहीं है, आपके मन में पल रहे विचारो का समाधान करना ही हमारा काम है, हम आपके लिए हर भाषण अलग
तरीके से तैयार करते है, और आज का ये भाषण भी कुछ अलग है, तो चलिए आगे बढ़ते है।
स्वतंत्रता दिवस पर भाषण
आज के इस शुभ अवसर पर आप सभी को बधाई देते हुए, माँ भारती और स्वतंत्रता
सैनानियों को नमन करता हूँ, आज के इस टेक्नोलॉजी युग में हर कोई जानता है, की हम
आज का दिन क्यों मना रहे है, लेकिन हमारे वीरों और उनके अद्भुत बलिदानो को आज याद
करने का दिन है, जो सिर्फ दिल के भावो से ही बया हो सकता है।
कुछ फूल अर्पित कर देने से या नारेबाजी से देशभक्ति पैदा नहीं होती, वो उस इंसान
में भी हो सकती है, जो पीछे खामोश खड़ा है, जिसे ढंग से बोलना भी नहीं आता, लेकिन
वो उसके आचरण में झलकती है।
कल जब आप देखोगे तो ये तिरंगा जो आज आसमान में लहरा रहा है, उसका तुम्हे कल अपमान
होते दिखेगा, रस्ते पे आपको ये तिरंगा जगह जगह मिलेगा, कोई देखके निकल जाएगा और
कोई रस्ते से उठा कर ऐसी जगह रखेगा, जहा इसका अपमान न हो, यही पे देखने को मिलती
है देशभक्ति, और इसे ही कहते है देशभक्ति, जो किसी भी हालत में देश का या तिरंगे
का अपमान नहीं होने दें।
ये तो सिर्फ एक उदाहरण पेश किया है, मगर ऐसे सैकड़ो उदाहरण गिनाए जा सकते है,
लेकिन आपका समय कीमती है, और मैं उसका दुरूपयोग नहीं करूँगा, बस इतना कहूंगा की,
अगर हिंदुस्तानी हो, इस देश में रहते हो, और प्यार है तुम्हे हिंदुस्तान से, तो
आओ, आज एक कसम खाए की, हम देश के लिए हर रोज अपना कुछ समय निकालेंगे, और जिस तरह
भी हो, चाहे वो समाज सेवा हो, स्वच्छता अभियान हो या अन्य कोई देशहित का कार्य,
उसमे भागीदार बनेंगे।
चेहरे पे झूठ का मुखौटा डाल के देशभक्ति नहीं होती, आज हमें ये नकली चेहरा उतार
फेंकना होगा, और सच्चे मन से, माँ भारती का सच्चा सेवक बनकर, इस देश को प्रगति पे
ले जाना होगा, हमारा कर्तव्य बनता है की, जिस धरती पे हम रहते है, उसे प्यार करे,
उसकी रक्षा और उन्नति का वचन ले।
आखिर में बस इतना कहूंगा की, हम सब एक हो जाए तो, अटूट शक्ति बनकर उभर सकते है,
इतिहास पे नजर डालो तो, देखोगे की हमारे पूर्वजो ने भी एकता की शक्ति से ही देश
को आजाद कराया था, लेकिन आज हम उसे भुला रहे है, अगर फिर हम एकजुटता और भाईचारे
से मिलकर चले, तो देश को स्वर्णिम बना सकते है।
मेरे देश के उन बहादुर सैनानियों और शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए, आज का भाषण
समाप्त करूँगा, आशा करता हूँ की मेरी कही बातों को आप, अपने विचारों में जगह
देंगे, इसी उम्मीद के साथ।
जय हिन्द,
15 August Par Bhashan
नमस्कार दोस्तों, आज का भाषण बहुत ही खास होने वाला है, आपने एकबार सुन लिया तो
फिर आपको हमेशा याद रहेगा, क्योकि भाषण का तरीका हमने बहुत ही सरल चुना है, और
आपको एकबार में याद हो जाए, बस यही हमारी कोशिश है, तो शुरू करते है आजका ये
15 अगस्त पर भाषण।
ठोकरों में हम दुनियां जहान रखते है
माँ भारती के चरणों में सर झुकते है
नहीं हमें कोई खौफ फ़ना होने का
सर पे कफ़न हाथों में जान रखते है
सरहद पे खड़े फौजी भाइयो के दिल की आवाज है ये, हर हिंदुस्तानी का जज्बात है, और
देशप्रेम का शानदार उदाहरण है ये।
आज का दिन खास है, क्योकि इतिहास में हमारे शहीदों ने और क्रांतिकारियों ने इसे
खास बनाने के लिए जो बीड़ा उठाया था, उसे पूर्ण किया, तभी ये दिन खास हो
पाया।
धड़कते दिलो से एक ही पयाम आता है
शहीदों को हरदम ही सलाम आता है
कर गए जो जान फ़िदा अपनी वतन पर
उनके सम्मान में ये दिन हर साल आता है
कुर्बानियो की रस्ते से गुजरकर, जो गुलशन हमने पाया है
अब जिम्मेदारी हमारी है देखें, कैसे हमने उसे सजाया है
जब किसी इमारत की नीव भरनी हो तो कठिनाई होती है, बाद में बिल्डिंग बनना आसान
होता है, हमें नीव भरकर दी गई, बस अपने सपनो, हौसलों और प्रगति से इस्पे शीशमहल
बनाना है, और वो हम कर भी चुके है, कुछ कार्य अधूरे है जो आजके युवा उसे पूर्ण
करने में तत्पर है।
युवाओ से काफी उम्मीदें है, क्योकि यही भारत का भविष्य है, इन्हीके कंधो पे कल का
बोझ है, आज की मेहनत, कल के हसीन ख्वाबों को सच करेगी, टेक्नोलॉजी हो, या खेल, हर
क्षेत्र में युवाओ ने अपना परचम लहरा के देश का नाम रोशन किया है, और मैं उम्मीद
करता हूँ, की ऐसे ही आगे भी भारत को विश्व में अग्रणी रखने का कार्य करते
रहेंगे।
तुममे से ही कल कोई विवेकानंद होगा, कोई गाँधी होगा, कोई भगत सिंह होगा, तुम ही
देश के सर्वोच्च पदों पर आसीन होंगे, और तुम्हे ही देश की बागडोर सम्भालनि है,
इसलिए
आज की नींद को त्यागो, कल तुम्हे इतिहास रचना है
बनके हीरा कोहिनूर का, दुनिया की नजरो में बसना है
बस अब अपना स्थान ग्रहण करूँगा, माँ भारती के जयघोष के साथ, भारत माता की जय।