26 January Speech Shayari | Gantantra Kya Hai | गणतंत्र दिवस पूरी जानकारी एवं भाषण टिप्स

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Last updated on July 20th, 2024 at 10:39 pm

26 जनवरी गणतंत्र दिवस के लिए भाषण और शायरियों की ज़रूरत पूरी करने के लिए, सारी जानकारी और ज़रूरत के हिसाब से 26 जनवरी स्पीच आपके लिए लेकर आए है, पसंद आए तो शेयर ज़रूर करना अपने दोस्तों के साथ।

26 जनवरी पर स्पीच कैसे दें?

26 जनवरी पे भाषण कैसे दे, ये सवाल मन में ज़रूर उठता है, अगर पहली बार भाषण देना हो, गणतंत्र दिवस की जानकारी जुटाए की इस दिन क्या हुआ था, और उपस्थित गणमान्य व्यक्तियो और अतिथियों को संबोधित करते हुए, इतिहास के पन्नो से वो बाते बताए जो इस दिन को महत्त्वपूर्ण बनाए, बस ऐसे आप 26 जनवरी पे भाषण देंगे तो ज़रूर आपको नोटिस किया जाएगा।

भाषण देते समय संविधान का ज़िक्र भी ज़रूर करें, क्योकि 26 जनवरी को ही संविधान लागू किया गया था, डॉ बाबा साहेब आम्बेडकर के सम्मान में कुछ बातें बताए, जैसे की उनका व्यक्तित्व कैसा था, उनका योगदान संविधान के लिए। इस तरह आप एक सफल भाषण दे सकते है।

आप गणतंत्र दिवस के भाषण का परिचय कैसे शुरू करते हैं?

भारत में 26 जनवरी 1950 को देश का क़ानून यानी की संविधान लागू किया गया था, और देश में क़ानून व्यवस्था का बहाल किया गया था।

15 अगस्त को देश आज़ाद हो चुका था मगर, देश को अपने ख़ुद के क़ानून और न्याय प्रणाली की ज़रूरत थी, ताकि देश को एक सुचारू रूप से चलाया जा सके।

इस कार्य को करने में बहुत से लोगो का योगदान रहा, एक समिति का गठन किया गया,और अंत में भारत का ख़ुद का क़ानून संविधान बन गया, जिसे 1950 को लागू किया गया।

भाषण देने से पहले क्या बोले?

कोई भी बात कहनी हो तो पहले उसकी जानकारी ख़ुद के पास मौजूद होनी चाहिए, तभी आप दूसरो तक अपनी बात, प्रभावशाली ढंग से पहुँचा सकते है।

भाषण देने से पहले हमेशा आपको अतिथियों के सम्मान में दो शब्द कहने चाहिए, साथ ही आयोजन कर्ता के बारे में तथा उस दिन के बारे में ज़रूर दो बातें करे, जिससे आपके भाषण बोलने के लिए एक भूमिका बन जाएगी।

फिर आप कुछ दमदार और जोशीली शायरियों के साथ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करे, लोग मंत्रमुग्ध होकर आपकी बातें सुनेंगे और आपको याद भी रखेंगे।

मंच संबोधन कैसे करें?

जैसा कि मैंने ऊपर बताया, वो बातें आपको फॉलो करनी है, साथ ही मंच को संबोधित करते हुए, अपने आप को संतुलित रखे, कहा जोश में बोलना है और कौन सी बात शांति से करनी है, ये आपको पता होना चाहिए।

मंच संबोधन एक कला है जो आप धीरे धीरे सिख जाएँगे, बड़े ही ठहराव के साथ, अपनी आवाज़ को वज़नदार तरीक़े से बोलते हुए, कुछ डायलॉग और शायरी के साथ मंच को संबोधित करे।

गणतंत्र दिवस का महत्व क्या है?

गणतंत्र दिवस का महत्व हर भारतीय के लिए बहुत अधिक है, क्योकि ये वो दिन है जिस दिन भारत को संविधान मिला था, आज हम बेख़ौफ़ कही भी अपनी बात कहते है या कही भी निकलते है तो ये क़ानून की वजह से ही संभव हो पाया है।

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में क्यों मनाया जाता है?

26 जनवरी को भारतीय संविधान को लागू किया गया था, और गणराज्य की स्थापना कि गई थी इसलिए 26 जनवरी को ही गणतंत्र दिवस मनाया जाता है, भारतीय लोगो के लिये ये गौरव का दिन है।

हर भारतीय को इस दिन को पूरे प्रेम भाव के साथ मनाना चाहिए, क्योकि देशप्रेम ही वो भावना है जो हर भारतीय को जोड़ता है, हमे एक बनाता है, एकता का परिचय देता है।

भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को क्यों लागू किया गया था?

भारतीय संविधान को 1950 को लागू इसलिए किया गया था कि, 26 जनवरी 1950 को संविधान का कार्य संपूर्ण हो चुका था और देश भर में लागू होने के लिए एकदम तैयार था।

देश बिना न्याय प्रणाली के चलाना मुश्किल होता जा रहा था और हमारा ख़ुद का संविधान बनकर तैयार हो चुका था, तो इसे लागू करने में देर न करते हुए, इसे इस दिन लागू कर दिया गया था।

गणतंत्र की परिभाषा क्या है?

गणतंत्र का मतलब है की वो राष्ट्र जिसमें सामूहिक रूप से निर्वाचित प्रतिनिधियों के द्वारा न्याय और शासन को चलाया जाता है, इसे आप लोकतंत्र या प्रजातंत्र के रूप में भी समझ सकते है।

भारत को गणतंत्र क्यों कहा जाता है?

भारत को गणतंत्र इसलिए कहा जाता है क्योकि यहाँ पर प्रजा के द्वारा चुना गया व्यक्ति शासन व्यवस्था बनाए रखता है, जनता ही चुनती है और जनता के हाथों में ही सबकुछ होता है, जिसे चाहे वो पद पे बैठा सकती है और जब चाहे उतार भी सकती है।

यहाँ जनता द्वारा ही जनता पे शासन किया जाता है, इसलिए इसे गणतंत्र कहा जाता है, भारत एक गणतंत्र देश है और हमे इस बात की प्रसन्नता है की हमने इस भारत भूमि पे जन्म लिया और इस मिट्टी में खेले।

गणतंत्र दिवस से हम क्या सीख सकते हैं?

आज का दिन हमे ये सिखाता है की हमे मिलजुलकर रहना चाहिए, साथ ही देश की रक्षा करनी चाहिए, हमसे जो बन पाए उतना योगदान देश सेवा के लिए देना चाहिए।

देश की सारी सम्पति देश की जनता कि है, हमारी है, और हमे इसकी सुरक्षा करनी चाहिए, कई लोग तोड़फोड़ करते है और राष्ट्रीय सम्पति को नुक़सान पहुँचाते है, लेकिन वो ये भूल जाते है की ये सबकुछ हमारा है।

ये देश हमारा है इस देश की हर एक चीज हमारी है और हम इसे नुक़सान पहुँचाए तो, इससे बड़ी ग़लत बात क्या हो सकती है, हमे समझना होगा और ओरो को भी समझाना होगा की देश को आगे बढ़ने में मदद कड़े और देश का नाम शर्मसार न कर।

गणतंत्र दिवस पर हमारा कर्तव्य क्या है?

गणतंत्र दिवस पर हमारा कर्तव्य सिर्फ़ इतना नहीं है की ध्वज फहरा दिया और देश भक्ति के कुछ नारे बोल कर हम घर आ गए, बल्कि इससे भी कहीं ज़्यादा हमारा कर्तव्य है।

जितना हक़ हम इस बात के लिए जताते है की हमे ये हक़ मिलना चाहिए, हमे ये अधिकार मिलना चाहिए, देश में हमे ये मिलना चाहिए, लेकिन हम भूल जाते है की जब हमे कुछ करना हो तो हम पीछे हट जाते है की ये तो हमारा काम नहीं है।

हम सब को देश के लिए कोई भी कार्य हो उसमें योगदान देना चाहिए, देश की संपदा कि धरोहर की और न्याय की रक्षा करनी चाहिए, हो सके तो सीमा तक भी जाकर देश की हिफ़ाज़त करनी चाहिए।

भाषण की तैयारी कैसे करें?

गणतंत्र दिवस के लिए भाषण की तैयारी करने से पहले गणतंत्र दिवस को समझ लेना आवश्यक है, वरना आप मंच पर जा कर क्या बोलेंगे।

जिस भी सब्जेक्ट पर आप बोल रहे हो उसका ज्ञान आपको होना ज़रूरी है, अन्यथा आप सही ढंग से भाषण नहीं दे सकते और आप को लगने लगेगा की कही तो कुछ गड़बड़ है

इसलिए सबसे पहले आप जानकारी जुटा ले, और उसके बाद ही उस विषय पर बोले तो आप एक अच्छा भाषण देने के काबिल हो जाएँगे।

जैसे की 26 जनवरी पे भाषण देना हो तो इसकी जानकारी ऊपर मैं दे चुका हूँ, इसे अच्छी तरह से पढ़े और एक शानदार भाषण दे।

स्टेज पर कैसे बोला जाता है?

स्टेज पर बोलना एक कला है जो हर किसको नहीं आती, लेकिन इस कला को सीखा जा सकता है, और स्टेज पर बोल सकते है।

जैसा कि मैंने ऊपर कहा है कि जिस विषय में बोलना हो उसकी संपूर्ण जानकारी होनी चाहिए, तभी आप एक अच्छा भाषण देकर स्टेज पर ख़ूबसूरती से बोल सकते है।

साथ ही आप को क्या बोलना है उसका एक नोट बना ले या वो बातें याद कर ले जो आपको कहनी है, लेकिन आप शब्द से शब्द याद न करे ना ही पूरा भाषण रट के जाए, बल्कि आप वो कुछ ख़ास बातें याद रखें जो आपको कहनी है।

आप कुछ शायरी भी याद करके जाए, शायरियों से भाषण खूबसूरत बनता है, और बात लोगो को भी सुंदर लगती है साथ ही पब्लिक को आपका भाषण उबाऊ भी नहीं लगता।

संविधान पर भाषण वीडियो Samvidhan Par Bhashan Video

किसी भी टॉपिक के बारे में कैसे बोलें

बस बात वो ही है की किसी भी टॉपिक पे बोलने से पहले उसकी जानकारी होना और ऐसे ही अचानक तो आप बोल नहीं सकते।

थोड़ी बहुत ही सही लेकिन जानकारी होना ज़रूरी है, बाक़ी का तानाबाना आप उसके इर्दगिर्द बन सकते है और दो मिनट के भाषण को आप बीस मिनट तक पहुँचा सकते है।

भाषण शुरू करने से पहले गुड मॉर्निंग कैसे कहें

यहाँ पर ये बात मैं आपको करके दिखा रहा हूँ एक उदाहरण के तौर पे :

नमस्कार दोस्तों और उपस्थित सभी गणमान्य लोगो का स्वागत करते हुए, मैं हितेश चौधरी आप सबको इस ख़ुशनुमा सुबह में तहेदिल से गुड मॉर्निंग कहता हूँ, और आज का ये कार्यक्रम आगे बढ़ाने में आपका सहयोग तालियों की गड़गड़ाहट के साथ चाहता हूँ, तो एक बार तालियों से हमारा जोश बढ़ाए।

इस तरह के और भी उदाहरण पेश किए जा सकते है

बोलने की कला कैसे सीखी?

बोलने की कला सीखना चाहते है तो हमारा ये आर्टिकल पूरा ध्यान से पढ़े, साथ ही हमारी वेबसाइट पे उपलब्ध और भी मंच संचालन से जुड़े आर्टिकल पढ़े और बोलने की कला सीखे, ये हम आपके लिए निःशुल्क कार्य कर रहे है।

बोलना यानी की अपनी बात कहना और सही तरीक़े से कहना, इसी को बोलने की कला कहते है, हर कोई अपनी बात कहता है, मगर सही तरीक़े से कितने लोग कह पाते है।

जो अपनी बात को सही से कह पाते है वो लोगो के दिलो में समा जाते है, लोगो के दिलो पे राज करते है, ये इस बात का प्रमाण है की आपने अपनी बात सही से कही है।

जब भी आप कोई बात कहे तो शब्दों का सही इस्तेमाल करना सीखे, ऐसा न हो के आप जो कह रहे है वो लोगो को समझ ही नहीं आ रहा हो, तो आपकी बात कहने से कोई फ़ायदा नहीं।

ज़रूरी है आपकी बात लोगो को समझ में आनी चाहिए, और ये ही बोलने का मक़सद भी होता है, आपने अगर ये बात समझ ली तो समझ लो की आपने बाज़ी जीत ली है।

आप भाषण कैसे शुरू और खत्म करते हैं?

भाषण शुरू करना और ख़त्म करने का तरीक़ा भी आना ज़रूरी है, क्योकि आप अगर एक शानदार शुरुआत करेंगे तो उसका अंत भी जानदार होना चाहिए।

शुरू में आप जब शुरुआत करे तो लोगो को ये विश्वास दिलाए की आप जो कहेंगे वो उनके काम का है, और आप उनके अपने है वरना आपकी कही हुई बातों को लोग सुनेंगे मगर शक के घेरे में रखेंगे।

और अंत करते हुए उन्हें याद दिलाए की आपने जो कुछ कहा है वो उनके लिए बहुत मददगार होगा और उन्हें उसपे अमल करना चाहिए, साथ ही और कोई बात जाननी हो तो वो आपसे संपर्क कर सकते है, आप हमेशा उनके लिए उपलब्ध रहेंगे।

इस तरह की बातों को भाषण के शुरू और अंत में शामिल करने से आपका भाषण जानदार होगा।

Hi, I'm Hitesh Choudhary (Lyricist), founder of NVH FILMS. A blog that provides authentic information, tips & education regarding manch sanchalan, anchoring, speech & public speaking.

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