Last updated on July 15th, 2024 at 03:47 pm
भाषण देना एक बहुत ही कला का कार्य है और, आज हम स्वतंत्रता दिवस पर भाषण कैसे
दे, इस बारे में सीखेंगे, साथ ही आपको कुछ भाषण सैंपल रूप में भी उपलब्ध
करवाएंगे, जो आप को भाषण देने में सहूलियत प्रदान करेंगे।
देशभक्ति से भरपूर कार्यक्रम 15 अगस्त को आयोजित किया जाता है, तो हमें भी
देशप्रेम से ओतप्रोत भाषण देना होगा, आइये जानते है कैसे।
15 अगस्त पर भाषण कैसे देते हैं
किसी भी विषय पर भाषण देने से पहले उसका इतिहास जानना जरुरी है, और
15 अगस्त पर भाषण कैसे दे
इस बारे में जानने के लिए, 15 अगस्त का इतिहास जानना जरुरी है के हम ये दिन क्यों
मनाते है।
इस दिन की खासियत क्या है, और इस दिन को पाने के लिए हमने क्या किया, जिस तरह से
26 जनवरी
को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है, उसी तरह आज के दिन को हम स्वतंत्रता
दिवस के रूप में मनाते है।
आज के दिन भारत आजाद हुआ था, अंग्रेजो की गुलामी से, और इसके लिए हमने कितने
आंदोलन किए, कितने लोगो ने अपनी जान गवाई, और किन किन स्वतंत्रता सैनानियों ने
इसमें भाग लिया।
आप परिचय भाषण उदाहरण कैसे शुरू करते हैं?
कोई भी भाषण शुरू करते समय अपना परिचय देना बहुत ही जरुरी है, इससे श्रोताओ को
पता चलता है की जो शख्स भाषण देने जा रहा है, वो कौन है और उसे कितना नॉलेज है इस
विषय में, तो चलिए जानते है की आप अपना परिचय कैसे दे।
( उदाहरण 1 ) नमस्कार मित्रो, मैं अजय राठौर, कक्षा 9 का विद्यार्थी, बैठे हुए
तमाम अतिथिगण एवं गणमान्य आदरणीय मेहमानो को तहेदिल से प्रणाम करते हुए, आज का
कार्यक्रम शुरू करेंगे,
( उदाहरण 2 ) आज के इस खास कार्यक्रम पर उपस्थित सभी आदरणीय अतिथियों को प्रणाम
और मित्रो को नमस्कार करते हुए, मैं अजय राठौर आज के इस दिन पर आप सबके बीच आज के
दिन की विशेषताओं को बताते हुए, आज के दिन और इस कार्यक्रम पर कुछ रौशनी डालते
हुए आगे बात करूँगा।
भाषण लिखने में पहला कदम क्या है?
वैसे तो किसी भी टॉपिक पे बोलना हो तो उसके बारे में जानकारी जरुरी है, इसलिए जिस
दिन जिस विषय पर आप बोलने जा रहे हो, उसकी सम्पूर्ण जानकारी जुटा लेना जरुरी
है।
भाषण का पहला कदम होता है, अभिवादन और अपना परिचय देना, उसके पश्चात आप अपनी बात
कह सकते है, कुछ इतिहास से और कुछ बातें आज से जोड़ के आप बोल सकते है, इसमें आप
शायरी और कविता बोलकर भाषण को और भी प्रभावशाली बना सकते है।
स्वतंत्रता दिन पर अपना भाषण देना चाहते है तो, जरुरी है की आप इस दिन की
विशेषताओं को जाने, इस दिन की महानता को समझे, इतिहास को टटोले और उसमे से अपने
काम की बात को नोट करे, और फिर आप उसे अपने तरीके से लिखकर एक अच्छा भाषण तैयार
करके, श्रोताओ के समक्ष रख सकते है।
आप भाषण लिखना कैसे शुरू करते हैं?
जैसा की मैंने ऊपर बताया, वैसे ही सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए आप एक
शानदार भाषण दे सकते है।
भाषण देने से बहुत से लोग डरते है मगर, ये डर तभी दूर होगा जब आप कोशिश करेंगे,
क्योकि कुछ गलतिया ही आपको आगे का रास्ता दिखती है, और आप जितनी ज्यादा कोशिश
करेंगे आप का भाषण और बोलने का तरीका निखर कर आएगा, इसलिए कभी भी अपने मन में इस
डर को न आने दे, की आप ने गलती कर दी थी या कर देंगे, आप बेहिचक अपनी बात बिना डर
के बोले, आप एक अच्छा भाषण जरूर दे पाएंगे।
स्पीच कैसे दिया जाता है?
स्पीच, मतलब भाषण या बोलना, और कई लोग कहते है की हमें स्पीच देना या बोलना नहीं
आता, तो क्या आप किसी से बात नहीं करते, या आज तक आपने जिंदगी में कुछ बोला ही
नहीं।
ऐसा नहीं हो सकता की कोई भी व्यक्ति बिना बोले रह सकता है, आप हर रोज बोलते है,
और बहुत बोलते है, लेकिन समस्या ये नहीं है, परेशानी ये है की आप अपनी पहचान के
लोगो के बिच और दोस्तों के साथ बोलते है, क्योकि वहा आप जो भी बोलेंगे उस पर कोई
टिपण्णी नहीं करेगा।
लेकिन जब आप बहुत सारे लोगो के बिच बोलने जाते है तो आप घबरा जाते है की, कहीं
कोई मेरा मजाक तो नहीं उड़ाएगा, या कोई मुझ पर हसेगा तो नहीं, और यही डर आपको
बोलने से रोकता है, जिस दिन आपने इस कला को सिख लिया, आप जीत जाएंगे।
ज्यादा बड़ी भीड़ के बिच बोलना हो तो आप डायरेक्ट दर्शको से नजरे न मिलाए, और आप
शुरुआत में सरसरी नजर डालते हुए अपनी बात कहे, या आपके किसी खास दोस्त या परिचित
की तरफ ज्यादा देखे, अन्य लोगो की तरफ बस उचटती सी नजर डाले, आप देखेंगे की आप
बिलकुल अच्छे तरीके से अपनी बात कह गए।
15 अगस्त पर भाषण हिंदी में
मेरे प्यारे बच्चो, आज स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर सबको बधाई देता हूँ, आज का
दिन हमारे लिए महत्त्वपूर्ण है, क्योकि आज ही के दिन हमारा भारत देश अंग्रेजो की
गुलामी से आजाद हुआ था।
इतिहास के पन्नो पर दर्ज वो नाम जो आज भी हमारे लिए सम्माननीय है, वो नाम जो
हमारे दिलो में देशभक्ति की भावना जगाते है, हमें आत्मसम्मान से जीने की
राह सिखाते है, वो हमारे वीर हमेशा हमारे लिए पूजनीय थे और रहेंगे।
आज वक्त बदला है, हालत बदले है, और हमें भी बदलना होगा, आज हम आजाद हो गए, मगर आज
भी हमारी मानसिकता नहीं बदली, मानसिक रूप से हम आज भी उनकी बेड़ियों में बंधे हुए
है, हम भूलते जा रहे है की, हमारा देश एक महान देश था, और है, आज कुछ भी काम करने
से पहले हम उनसे अपनी तुलना करते है, हम हमारी काबिलियत और कार्य को निचा समझते
है, ये नहीं होना चाहिए, कोई भी चीज सीखना अलग बात है, लेकिन खुद को कम करके
आंकना गलत है।
हमारा देश वो देश है, जो सोने की चिड़िया कहलाता था, जिसे लोगो ने सैकड़ो बार लुटा,
बर्बाद किया, हमारी विद्या सर्वोपरि थी, जिसे मिटाने की पूर्णरूप से कोशिश की गई,
हमारी संस्कृति को मिटाना चाहा लेकिन, ये भारत की और भारत के लोगो की मजबूती है
की वो आज भी अपनी मिटटी को नहीं भूले और समय आने पर पुरे विश्व को दिखा दिया की
हम किसी से कम नहीं।
आज ये सब कहने का मतलब सिर्फ इतना है की चाहे कुछ भी बन जाओ, कुछ भी करो लेकिन,
अपना देश अपने माँ बाप और अपनी संस्कृति सभ्यता को मत भूलो, अपनी जड़ो को मत भूलो,
क्योकि आपकी जड़े अगर मजबूत है तो डालियाँ चाहे कितनी बार भी काटी जाए, आप फिर से
मजबूती से उभर कर आएँगे।
क्षेत्र चाहे कोई भी हो, अपना काम पूरी ईमानदारी से करें, अपना कर्तव्य पूरी
निष्ठां से निभाए, पढाई के वक्त पे शिक्षा इतनी ईमानदारी से ग्रहण करो की आने
वाला समय तुम्हे सितारों की तरह चमका दे, दुनिया की नजरो में भारत का नाम इस तरह
से अंकित करो की, लोगो के सिर आदर से झुक जाए।
भारत गुलाम हुआ क्योकि हम दुसरो की चीजों पर मोहित हो गए, जो हमारा था उसे तुच्छ
समझकर दुसरो की झूठी चकाचौंध में खो गए, और उन्होंने हमें लुभाकर हम पर राज किया,
जब जब भी कोई अपनी काबिलियत और अपनी धरोहर को कम करके आंकता है तो उसका हाल भी
यही होता है, इसलिए जो हमारा है उसे सर्वोत्तम समझकर ही आगे बढे।
एक ही मकसद, एक ही इरादा और एक ही ध्येय लेकर चलो, भारत का सर झुके नहीं, भारत के
सर पे विश्वगुरु का ताज हो, और हमारे प्रयासों से और मेहनत से भारत फिर से उभरे,
हम जहाँ जाए वहां बस एक ही नाम हो, की ये भारतीय है, तभी आज का दिन सार्थक होगा,
सिर्फ आजाद होने से कुछ नहीं होता, उसको जिंदगी में उतारकर आजादी का मतलब समझना
और सही मायने में आजाद होना अलग बात है।
इस आजादी को हमेशा के लिए अमर कर दो, फिर कभी कोई अंग्रेज, कोई मुगल आकर हम पर
राज न कर पाए, और अगर वो ऐसा सोचे तो भी उनकी रूह काँप जाए, और ये तुम्हे करना
होगा, खुद को इतना सशक्त बना दो की कोई तुम्हारी तरफ आँख उठाकर देख न सके।
मेरा आशीर्वाद और शुभकामना है तुम सब के लिए, खूब पढ़ो और आगे बढ़ो, और इस स्वतंत्र
भारत को सदा स्वतंत्र रखो, जय हिन्द, जय भारत, भारत माता की जय।