दोस्तों आज आपके लिए 15 अगस्त पर बोलने के लिए, देशभक्ति शायरी लेकर आया हूँ, हर बार नई शायरिया आप स्टेज पर बोलेंगे तो आपका भाषण और भी शानदार बन जाएगा|
वतन के लिए देशभक्ति शायरी एंकरिंग में चार चाँद लगा देती है, भाषण चाहे कमजोर भी हो तो, शायरी से आप अपने भाषण को मजबूती दे सकते है, उसे स्टेबल कर सकते है, और जहाँ भी लगे की आपका भाषण लड़खड़ा रहा है, उखड रहा है, वहा पर आप शायरी के जरिए फिर से पकड़ बना सकते है
जोश भर देने वाली देशभक्ति शायरी
दोस्तों आज आपके लिए 15 अगस्त पर बोलने के लिए, देशभक्ति शायरी लेकर आया हूँ, हर बार नई शायरिया आप स्टेज पर बोलेंगे तो आपका भाषण और भी शानदार बन जाएगा, तो लीजिए शुरू करते है ये शायरी आपके लिए की
मेरी हिंदुस्तान की मिट्टी का अंदाज ही निराला है
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, इसाई, सबको आंचल में पाला है
अलग अलग धर्मो की, ये सुन्दर सी एक माला है
बच्चा बच्चा इस भू का, भारत पे मरने वाला है
और जहाँ इतनी देशभक्ति दिलो में हो वहां पर सम्मान तो होगा, इस तिरंगे का, इस धरती का और इस देश में रहने वाले हर शख्स का, आज का दिन क्या है हर हिंदुस्तानी की आवाज है.
मिले अगर मोती कहीं, मैं ठोकर से मार दूं
दुनिया भर की दौलत भी, औरो पे वार दूं
है यही मेरी तमन्ना, यही बस आरजू है
जिऊँ मरू इस धरती पे, अपनी किस्मत को संवार दूं
और जब ऐसा जोश और जज्बा होता है तो दिल से वंदे मातरम और होठों से जय हिन्द जरूर निकलता है, क्योकि
ये मिट्टी हिन्द की आज भी, ऋणी है उन बलिदानों की
दफ़न हुए या ख़ाक बने, दिल के उन अरमानो की
प्राण गवाएं जान दी, भारत भूमि के शुरविरो की
कभी चूका न पाएंगे, है गठरी सर पे अहसानों की
और आखिर में देश के उन जवानों को सलाम और नमन करते हुए ये शायरी पेश करता हूँ की
हिंदुस्तान की आन का, ये दिन है सम्मान का
हर भारतवासी के, दिल के अरमान का
रंग जुदा भाषा अनेक, फिर भी हम एक है
यही तो अंदाज है, भारत के अभिमान का