Last updated on July 21st, 2024 at 02:12 am
आपके लिए गणतंत्र दिवस पे बोलने के लिए एकदम छोटा भाषण लाए है, जो आप आसानी से याद भी कर सकते है और बोल भी सकते है.
Republic day speech
देवियों और सज्जनों, शुभ प्रभात। आज हम यहां अपने महान राष्ट्र भारत का 74वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं।
इस दिन 1950 में, हमारे गणतंत्र के जन्म और हमारे लोकतंत्र की स्थापना करते हुए, भारत का संविधान लागू हुआ। यह दिन हमारे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदानों और स्वतंत्रता के लिए कड़ी मेहनत से जीती गई लड़ाइयों की याद दिलाता है।
जैसा कि हम इस दिन को मनाते हैं, आइए हम अपने संविधान के आदर्शों को भी याद रखें: न्याय, समानता, बंधुत्व और स्वतंत्रता। ये आदर्श हमारे राष्ट्र की नींव हैं और मार्गदर्शक सिद्धांत हैं जो हमारे समाज को आकार देते हैं।
आइए हम अपने संस्थापक पिताओं के योगदान को भी याद करें, जिन्होंने एक ऐसा संविधान तैयार करने के लिए अथक परिश्रम किया जो समय की कसौटी पर खरा उतरे और सभी नागरिकों की भलाई सुनिश्चित करे।
जैसा कि हम वंचितों के उत्थान, पर्यावरण की सुरक्षा और शांति और एकता को बढ़ावा देने की दिशा में काम करके अपने देश को सभी के लिए एक बेहतर जगह बनाने का प्रयास करें।
आइए हम अपने संविधान के मूल्यों को बनाए रखने और भारत के उज्जवल भविष्य की दिशा में काम करने का संकल्प लें।
एक बार पुनः सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। जय हिन्द!
gantantra divas par bhashan
देशवासियो को दिल से गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाए देते हुए, कहना चाहूंगा की,
रखी है संभाल के हमने, ये पुरखो की जागीर है
भारत के सुनहरे भविष्य की, ये वो तस्वीर है
नन्हे बच्चे जो बैठे है आज, मुस्कुराते हुए
ये ही कल की शान और, देश की तकदीर है
मेरे दोस्तों आज मन में एक ख्याल ये भी आता है की
सपनो को अब साकार, करने का वक्त आ गया
मेरी आँखों में उबल के, आज फिर रक्त आ गया
बहुत हुआ बर्बाद ये देश, गद्दारों के हाथों में
बड़ी मुश्किलों से हाथ में, हमारे तख़्त आ गया
ये बागडोर जनता के हाथों में है इसे खोना नहीं है, और प्यारे बच्चो को कहूंगा की अपने देश से हमेशा ऐसे ही प्यार करें, क्योकि कल तुम ही इस भारत का स्वर्णिम सपना साकार करोंगे, बस दो पंक्तियों के साथ अपनी बात को विराम दूंगा की,
तपते सहरा को चलो हम, आज गुलशन बनाते है
राग द्वेष को मिटा के हम, प्यार के फूल खिलाते है
हो नाम सदा ही ऊंचा और, रहे तिरंगा लहराता
आओ हम सब मिलकर के, नया भारत बनाते है
जय हिन्द, वन्दे मातरम.
२६ जनवरी पर भाषण का वीडियो
आप यह वीडियो देखकर भी भाषण देना सिख सकते है, इस वीडियो में जैसे बोलै है आप वैसे बोलने की प्रैक्टिस करें.
तिरंगा भाषण शायरी के साथ
मेरे हाथों में जब जब भी ये तिरंगा आता है
मन हर्षाता ख़ुशी से फुला नहीं समाता है
लहर लहर लहराए जब मन को मेरे भाता है
हरदम हरपल मेरा मन भारत भारत गाता है
सर कटा दूँ इस की खातिर, ये मेरा अरमान है
मेरा भारत वो भारत है जो सदा सर्वदा अग्रणी रहा है, कोई नहीं ऐसा जो मेरे भारत से बढ़ के हो.
जय हिन्द, भारत माता की जय.