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Hanuman Jayanti | हनुमान जन्मोत्सव

Last updated on July 18th, 2024 at 04:26 pm

भगवान हनुमान जी के जन्मदिन को जन्मोत्सव को हनुमान जयंती ( Hanuman Jayanti )के रूप में मनाया जाता है, बजरंग बलि वीर हनुमान सारे कष्टों से दुखो से मुक्त करने वाले देवता है, श्री राम जी के काज भी हनुमान जी ने सँवारे थे, और रामजी के अति प्रिय है पवनसुत, बल, बुद्धि और शक्ति का अपार खजाना जिनके पास है, वो परम दयालु हनुमान जिनके नाम लेने मात्र से सारे संकट दूर हो जाते है, उन्हें लाखो प्रणाम करता हूँ, और आप सभी को हनुमान जन्मोत्सव की हार्दिक बधाई देता हूँ, जय श्री राम। जय हनुमान। 

Hanuman Jayanti Wishes हनुमान जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं

हनुमान जन्मोत्सव पर अपने चाहने वालो और हनुमान भक्तो को ये बधाई संदेश भेजकर बधाई दे, और बजरंगबली हनुमान की दया कृपा उनपर बनी रहे ये शुभकामना उन्हें जरूर भेजे।

राम भक्त हनुमान है, राम जी की जान 
राम लला को है प्यारे, पवनपुत्र हनुमान 
फल, फूल, मेवों से, कैसे इन्हे रिझाए 
राम नाम के मन्त्र से, पल में जाए मान 

संकटो का नाश करके, दुश्मनो का विनाश करके 
खुशियों से झोली भर दे, भागे दुःख भी इनसे डरके

जिसके सहाय है हनुमान, उसको क्या है फ़िकर 
प्रतिपल है साथ बजरंगी, उनका ही हर पल है जीकर 

बोल बजरंगी हरदम तू, गम सारे मिट जाएंगे 
सोच न पाए जो तू प्यारे, वो खुशियां दिलाएंगे 

कलयुग में है जो अमर, जिनका बजता डंका 
हनुमान से बिगड़ी बने, मन में रखो न शंका
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Hanuman Jayanti Status / Happy Hanuman Jayanti

राम भजो और राम सुमिरो, कहते है बजरंगी 
जिनके ह्रदय में राम बसे हो, उसको रहे न तंगी

सुबह सवेरे जो बोले, हनुमान महामंत्र 
उसका कुछ न बिगाड़े, दुनिया के तंत्र 

जपते रहो हर घडी, भजो राम का नाम 
पल में ही बन जाएगा, सारा बिगड़ा काम

राम भरोसे जो चला, उसको मिलती मंजिल 
करते सहाय हनुमान, उसको तो हर पल 

अंजनी लाला हनुमत बाला, राम भजन मतवाला 
संकट पास न आए कभी, हनुमत है रखवाला
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Hanuman Bhajan हनुमान अमृतवाणी

1 जय हनुमान तुम्हे प्रणाम, लाखो है वंदन
   तुम्ही मेरे भाग्य विधाता, केसरी के नंदन

2 शंकर के तुम रूप हो, पवन देव के सूत
   दुखियों के तुम दाता हो, रामजी के दूत

3 भीड़ पड़ी तो तुम्हे पुकारा, हे अंजनी के लाल
   जिसके सहाय है महावीर, क्या बिगाड़े काल

4 रघुपति श्री राम के, तुमने काज संवारे
  आज भी कण कण से, श्री राम तुम्हे पुकारे

5 जिस सूरज से खिल रहा, सारा ये आकाश
  मुख में रखा था जब उसे, खो गया था प्रकाश

6 चारो दिशा में गूँज रहा था, तेरे नाम का डंका
   पल में ही जला डाली, जब सोने की लंका

7 मूर्छित लखन जब हुए, ले आए संजीवनी
   महिमा तेरी लिख न पाए, कोई भी लेखनी

8 भूत प्रेत और रोग सारे, पल में मिटे तमाम
   प्रेम से जो कोई लेवे, हनुमान का नाम

9 महावीर हनुमान है, सारे जगत के नाथ
   जिसने भी सुमिरन किया, हो लिए उसके साथ

10 राम धून में खोए रहे, बोले हरदम राम
     हे सेवक श्री राम के, करदो पूरण काम

11 जोगी बनके जब रावण, सीता ले पठाया
     पार किया पल में सागर, संदेश सिया को सुनाया

12 अहिरावण को मारने, जा पहुंचे पाताल
     राम लखन को लेकर लौटे, तुम अंजनी के लाल

13 एक हुँकार जब भरे, तीनो लोक है काँपे
     दैत्य देवता और मानव, नाम तेरा ही जापे

14 जल में थल में और नभ में, तुम बसे चारो और
     तुम्हरे बल वैभव बुद्धि का, नहीं है कहीं छोर

15 आधी व्याधि दूर करे वो, कष्ट सभी के हरे
     बिन बोले वो आशा पुरे, जो नित ध्यान धरे

16 इनकी प्रतिमा इतनी प्यारी, सुन्दर है पावन
     इनके मुख से नजर हटे ना, कितनी मनभावन

17 करुणाकर ये दयालु है, ये दिनों के नाथ
     भक्तो के सर पर इनका, हरदम ही है हाथ

18 द्वार से इनके कोई प्राणी, खाली नहीं है लौटा
     सच्चा है बस ये सहारा, जग सारा है झूठा

Hanuman Bhajan Video

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