Last updated on July 16th, 2024 at 02:42 am
रक्षा बंधन के दिन भाई अपनी बहन से राखी बंधवाता है, और बहन की रक्षा का वचन देता है, साथ ही बहन के राखी बाँधने पर उपहार स्वरूप कोई मूल्यवान भेट या अपनी इच्छा अनुसार कोई चीज या रुपया पैसा देता है, जिसको बहन ख़ुशी ख़ुशी स्वीकार करती है, बहन भाई के हाथ में जो रेशमी धागा बांधती है उसे ही राखी कहा जाता है.
रक्षा बंधन
बहन राखी बांधती है और अपने भाई की लम्बी उम्र और कामयाबी की दुआ मांगती है, भाई हमेशा सलामत रहे उसपे कोई संकट न आए इसलिए ये रक्षा का धागा बांधती है, जिसके लिए इस का नाम रक्षा का बंधन यानी की रक्षा बंधन पड़ा.
राखी बांधने से पहले रोली, चावल, दीपक, मिठाई लेकर बहन थाल सजाती है, भाई की आरती उतारती है, और संकटो से बचाने की प्रार्थना भगवान् से करती है.
नारियल पूर्णिमा
महाराष्ट्र में इस दिन को नारियल पूर्णिमा के रूप में भी मनाया जाता है, इस दिन समुन्द्र के किनारे मछुआरे
वरुण देवता की पूजा करते है, और साल भर उनका व्यापार निर्विघ्न चलता रहे इसकी प्रार्थना करते है, वरुण देव को नारियल चढाते है, इस दिन समुद्र के किनारे आपको कई नारियल इकठ्ठा किए हुए दिखाई देंगे, इसलिए इसे नारियल पूर्णिमा भी कहा जाता है.
रक्षा बंधन कब है Raksha Bandhan
रक्षा बंधन भाई बहन के प्यार और पवित्र प्रेम का प्रतिक ये त्यौहार हर साल सावन के महीने में मनाया जाता है, सावन महीने की पूर्णिमा के दिन रक्षा बंधन होता है, बहन और भाई के रिश्ते को मजबूत करने वाला ये त्यौहार सदियों से मनाया जाता है, इसके बारे में कई कहानिया भी है, तो कई कथाए भी है.
Raksha Bandhan Wishes रक्षा बंधन शायरी
भाई बहन का प्यार अमर है, न भूले संसार
स्नेह प्रेम का धागा पावन, रेशम का है तार
इक दूजे पे जान लुटाते, लड़ झगड़ फिर मनाते
आशाओं के साज पे सजता, भाई बहन का प्यार
Bhai Bahan ka pyar amar hai, Na bhule sansaar
Sneh prem ka dhaga paawan, Resham ka hai taar
Ek duje pe jaan lutaate, Lad jhagad phir manaate
Aashaon ke saaj pe sajta, Bhai bahen ka pyar
सुनी कलाई में भाई की, राखी बहना बांधेगी
लम्बी उमर हो भाई की, इश्वर से वर मांगेगी
रक्षा वचन भाई भी देगा, कोई आँच न आएगी
कितना मधुर है ये नाता, सारी दुनियां जानेगी
Suni Kalai me bhai ki, Rakhi behna bandhegi
Lambi umar ho bhai ki, Ishwar se war maangegi
Raksha vachan bhai bhi dega, Koi aanch na aaegi
Kitna madhur hai ye naata, Saari duniya jaanegi
सदियों की है रित पुरानी, भाई बहन की प्रेम निशानी
बरखा आते मन हर्षाए, सावन रुत की है ये कहानी
राह तके भैया की बहना, ले हाथों में थाली
झटपट राखी बांधूं भाई को, पाऊँ आशीष दीवानी
Sadiyon ki hai reet purani, Bhai bahan ki prem nishani
Barkha aate mann harshaye, Sawan rut ki hai ye kahani
Raah take bhaiya ki behna, Le haathon me thali
Jhatpat rakhi baandhun bhai ko, Paaoon aashish deewani