दोस्तों गाँव का मुखियां या सरपंच (village head)वो आदमी होता है जो उस गाँव का प्रधान भी कहा जाता है, गाँव में हर आदमी निजी तौर पे सरपंच जी को जानता होता है, इसलिए मुखिया को भाषण में निजता लानी होगी अपना पन लाना होगा, तो भाषण शुरू करते है, आप भी ये भाषण अबकी बार जरुर बोले की
Speech by village head on 15th August
मेरे सभी गांववासियों और मित्रो को मेरा प्रणाम साथ ही यहाँ जो नन्हे मुन्ने बच्चे जो की भारत का भविष्य है, उन्हें ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद दूंगा, और आज के इस दिन की स्वतंत्रता दिवस की बधाई दूंगा.
ये गाँव जहाँ हम बसते है, यहाँ सिर्फ गलियां घर या चौराहे या सड़के ही नहीं है, बल्कि इस गाँव की खासियत ये है की यहाँ लोग घरो में कम और दिलो में ज्यादा बसते है, ये अपनापन ये प्यार ही तो हमे कुछ करने को आतुर करता है
जैसा की आप जानते है की गाँव की कोई भी समस्या हो वो हमारी अपनी हो जाती है, चाहे वो स्वास्थ्य की हो, स्कूल की हो या सडक की हो, जितनी तकलीफ आप को होगी उससे कहीं ज्यादा हमें होगी क्योकि इस सबके जिम्मेदार हम खुद को मानते है.
इसलिए जब किसी काम में देरी होती है तो हमें सुख की नींद नहीं आती, लेकिन आप सब ये बात जानते है की मुखिया जी कर देंगे
बस ये ही भरोसा हमे कर्मशील बनाता है, और हमें वो काम जल्द से जल्द निपटाना होता है, मेरे प्यारे गांववासियों और मित्रो, आज हमे अकेले नहीं आप सबको भी मिलकर, ईस गाँव के लिए कुछ करना होगा
हमारा कर्तव्य, हमारी निष्ठां और प्रतिज्ञा ही हमें श्रेष्ठ बनाती है, तो आज हम सब एक प्रण लेंगे की, पुरे गाँव भर में स्वच्छता का खयाल रखने में आप सहयोगी बनेंगे, बिजली की समस्या है उसके लिए सोलर पेनल की व्यवस्था कैसे की जा सकती है इस्पे विचार किया जाना चाहिए
और जो बच्चे स्कूल नहीं जा रहे उन्हें पढाई करने में क्या परेशानी है उसपे बात करके समस्या का हल निकलने में आप सब सहयोग करेंगे ऐसी उम्मीद करता हूँ
बस इसीके साथ माँ भारती और शहीदों को नमन करते हुए मैं अपना स्थान लूँगा, आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की फिर एक बार बधाई, जय हिन्द वन्दे मातरम भारत माता की जय